रोहन और मधुमक्खी की सीख
रोहन और मधुमक्खी की सीख
रोहन एक असली लड़का था । वह रोज सुबह उठकर बिस्तर पर पड़ा रहता और उसकी मां कहती रोहन बेटा उठ जा स्कूल का टाइम हो गया है।तो वह मुंह बनाकर कहता मुझे स्कूल जाना अच्छा नहीं लगता है , रोज वही पढ़ाई वही बोरिंग बाते । मां समझाती बेटा स्कूल बहुत जरूरी है । वहां तुम बहुत कुछ सीखते हो , लेकिन रोहन एक ही रट लगाया रहता है – मुझे स्कूल नहीं जाना है ।
एक दिन रोहन स्कूल से बचने के लिए पास के बगीचे में छुप गया । वहां एक बड़ा सा फूलों से भरा पौधा था रोहन उसकी छांव में लेटा था । और आंख बंद करके आराम करने लगा तभी भरररर की आवाज आई ।
रोहन ने देखा कि एक छोटी सी मधुमक्खी फूलों से रस ले रही थी । वह एक फुल से दूसरे फूल पर जाती , मेहनत से रस इकठ्ठा करती फिर छत्ते की ओर उड़ जाती। रोहन से उत्सुकता से पूछा , अरे o मधुमक्खी, तुम इतनी मेहनत क्यों करती हो ? रोज रोज ये उड़ना और काम करना क्या थकाऊ नहीं होता है ।
मधुमक्खी मुस्कुराई और बोली , मै रोज मेहनत करती हु क्योंकि मेरी मेहनत से शहद बनता है, जो औरों के काम आता है । अगर मै काम नहीं करूगी तो मेरा छत्ता खाली रहे जाएगा और मेरे परिवार को भूखा रहना पड़ेगा । रोहन चुप हो गया मधुमक्खी ने फिर कहा, tm स्कूल क्यों नहीं जाते हो, रोहन बोला मुझे अच्छा नहीं लगता है , पढ़ाई मै मेरा मन नहीं लगता है । मधुमक्खी बोली देखो जैसे मैं रोज मेहनत करती हु और शहद इकठ्ठा करती हु , वैसे ही तुम भी स्कूल जाके जान इक्कठा करोगे । वह ज्ञान आगे जाकर तुम्हारे ओर तुम्हारे परिवार के काम आएगा ।
आलसी रहकर तुम कभी कुछ अच्छा नहीं कर पाओगे ।रोहन को ये गहरी बात समझ में आ गई । उसने सोचा अगर इतनी छोटी मधुमक्खी मेहनत कर सकती है तो मैं क्यों नहीं , अगले दिन रोहन खुद जल्दी उठा स्कूल की ड्रेस पहनी और मुस्कुराते हुए बोला – मां आज मैं स्कूल जाने के लिए तैयार हूँ।
मां हैरान ओर खुश हो गई । स्कूल मै भी रोहन ने खूब मन लगाकर पढ़ाई की अब वो रोज मधुमक्खी की मेहनत को याद करता है और खुद भी मेहनत करता है ।सीख:– मेहनत करने से ही जीवन में बदलाव ओर सफलता मिलती है । जैसे छोटी मधुमक्खी हर दिन थोड़ा थोड़ा करके मीठा शहद बनती है , वैसे ही रोज स्कूल जाके ज्ञान इक्कठा करना जरूरी है
Interesting 🤔
ReplyDeletemonthly trafic kitna aata hai dono channel par ?
ReplyDeletekyuki kohi kehta hai blogging dead ho chuki hai kohi kehta hai blogging chal rahi hai samajh nahi aa raha kiski sunu !!
aur upar se mera bhi stories blogg hai yar yaha pehle se hi pratilipi - pocket novel jese platform ne aadhe se jyda audiance apne aur khichkar rakhi hai to yaha bhala kin hi ayega humari kahaniya padhne
agar achha khasa trafic aata hai to bata nahi to me soch raha hu direct youtube par channel banakar waha logo ko sunau.